अफगानिस्तान में भारत द्वारा बनाए गए संपत्तियों को करो टारगेट : ISI 

नई दिल्ली
अफगानिस्तान में आतंकी गुट तालिबान में बड़ी संख्या में शामिल हुए पाकिस्तानी लड़ाकों को बीते कुछ वर्षों में युद्धग्रस्त अफगानिस्तान में भारत द्वारा निर्मित संपत्तियों को टारगेट करने के लिए कहा गया है। यह निर्देश इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) द्वारा दिया गया है।

आपको बता दें कि भारत सरकार ने पिछले दो दशकों से अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण के प्रयास में 3 बिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक का निवेश किया है। डेलाराम और जरांज सलमा बांध के बीच 218 किलोमीटर की सड़क और अफगान संसद भवन, जिसका उद्घाटन 2015 में किया गया था, अफगान लोगों के लिए भारतीय योगदान के सबसे बड़े प्रतीक हैं।

एक अनुमान और इनपुट के अनुसार, अशरफ गनी के नेतृत्व वाली अफगानिस्तान सरकार के खिलाफ तालिबान के हमले का खुलकर समर्थन करने के लिए 10,000 से अधिक पाकिस्तानियों ने अफगानिस्तान में युद्ध क्षेत्र में प्रवेश किया है। इनपुट के अनुसार, पाकिस्तानी और तालिबान लड़ाकों को विशेष निर्देश के साथ भारत द्वारा निर्मित संपत्तियों को टारगेट करने और वहां भारतीय सद्भावना के किसी भी संकेत को मिटाने के लिए भेजा गया है। अफगानिस्तान की निगरानी करने वाले सरकारी सूत्रों ने एएनआई को यह जानकारी दी है।