नई दिल्ली
तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने 15 अगस्त के बाद देश में फैली अराजकता के लिए अशरफ गनी को जिम्मेदार ठहराया है। शाहीन ने रविवार को कहा कि पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी ने अचानक सरकार छोड़ कर गलती की। उन्होंने कहा कि जब तालिबान सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण की उम्मीद कर रहे थे और लड़ाके काबुल के गेट के बाहर इंतजार कर रहे थे, अशरफ गनी अचानक भाग खड़े हुए हैं। उन्होंने सरकार को छोड़ने की गलती की है। इसी के परिणाम है कि लूटपाट और गोलीबारी हुई। दोहा न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में अशरफ गनी के भारी मात्रा में नकदी के साथ भागने की रिपोर्ट पर सुहैल शाहीन ने कहा कि अगर उन्होंने कुछ भी लिया है जो उनसे संबंधित नहीं है, तो उन्हें उसे अफगानिस्तान को वापस करना होगा। लेकिन तालिबान उनका पीछा करे ऐसी कोई प्राथमिकता नहीं है क्योंकि समूह का ध्यान अब नई सरकार बनाने पर है।
बता दें कि अशरफ गनी पैसा लेकर भागने की खबरों का खंडन कर चुके हैं। यूएई में रहते हुए उन्होंने अफगान को संबोधित किया जिसमें उन्होंने कहा कि खून खराबे से बचने के लिए उन्हें देश छोड़ने के लिए मजबूर किया गया। गनी ने कहा कि उनके पास अपनी चप्पल बदलने तक का समय नहीं था। पैसे लेकर जाने का कोई सवाल ही नहीं है। यूएई और गनी के संबंधों पर तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति का यूएई के साथ घनिष्ठ संबंध थे।प्रवक्ता ने आगे कहा कि इसका मतलब यह नहीं कि यूएई के तालिबान के साथ संबंध नहीं होंगे। कतर में हमारा कार्यालय है। यूएई के साथ हमारे संबंध हैं। अशरफ गनी को आश्रय देना उनकी नीति को दर्शाता है। इसका मतलब यह नहीं है कि उनका हमारे साथ कोई संबंध नहीं है।