बहराइच
यूपी सरकार के पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री और बहराइच के प्रभारी अनिल राजभर ने कहा कि सपा, बसपा, कांग्रेस, ओम प्रकाश राजभर और असदुद्दीन ओवैसी में कोई फर्क नहीं है। इनमें से जिसे जब मौका मिला, उन्होंने सैयद सलार मसूद गाजी को सम्मानित कर राष्ट्रवीर महाराजा सुहेलदेव का अपमान किया है। पीटीआई-भाषा से बातचीत में अनिल राजभर ने कहा, वन्दे मातरम और भारत माता की जय कहने से इनकार करने वाले ओवैसी से तो उम्मीद नहीं, लेकिन राजा सुहेलदेव व राजभर समाज के नाम पर पार्टी बनाकर राजनीतिक रोटी सेंकने वाले ओम प्रकाश राजभर के गाजी को महत्व देने पर ज्यादा अफसोस है। राजभर समाज व देश उन्हें कभी माफ नहीं करेगा।
गौरतलब है कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष और भाजपा के पूर्व सहयोगी ओमप्रकाश राजभर ने भाजपा से विद्रोह के बाद अगले वर्ष की शुरुआत में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भागीदारी संकल्प मोर्चा बनाकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के साथ गठबंधन किया है। आठ जुलाई को एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मुस्लिम बहुल बहराइच शहर में अपनी पार्टी के पूर्वांचल कार्यालय का उद्घाटन किया था।
उद्घाटन के बाद ओवैसी ने दरगाह शरीफ पहुंचकर सैयद सलार मसूद गाजी की मजार पर चादर चढ़ाई थी। इसके बाद भाजपा सांसद बृजलाल समेत कई नेताओं ने ओमप्रकाश राजभर पर निशाना साधा और कहा कि जिस महाराजा सुहेलदेव ने गाजी का वध किया था उसके अनुयायी ओवैसी से ओमप्रकाश राजभर ने हाथ मिलाकर उनका अपमान किया है। इस विवाद के बाद बहराइच के प्रभारी मंत्री अनिल राजभर ने शनिवार को यहां चित्तौरा झील पर स्थित महाराजा सुहेलदेव स्मारक स्थल पर पहुंचकर महाराजा सुहेलदेव की प्रतिमा का मालार्पण किया।