कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) ने अटारी बॉर्डर पर ध्वजारोहण रिट्रीट सेरेमनी में आम लोगों की एंट्री बंद कर दी है। भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर होने वाली रिट्रीट सेरेमनी को देखने के लिए देशभर से लोग आते हैं, लेकिन कोरोना के खतरे को भांपते हुए ये बड़ा फैसला किया गया है। अटारी में शाम को आयोजित होने वाले इस समारोह के लिए महामारी के प्रसार के कारण जनता का प्रवेश सात मार्च, 2020 से निलंबित रहने के बाद पिछले साल 15 सितंबर को बहाल किया गया था।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने बुधवार को यह जानकारी दी। यह आयोजन पाकिस्तान के वाघा बॉर्डर के सामने अटारी संयुक्त जांच चौकी पर आयोजित किया जाता है जो कि अमृतसर शहर से लगभग 26 किमी दूर है। इस दौरान बीएसएफ के जवान पाक रेंजर्स के साथ परेड करने के बाद राष्ट्रीय ध्वज सम्मान सहित उतारने की रस्म अदा करते हैं।
बीएसएफ ने कहा कि देश में कोविड-19 की स्थिति और अमृतसर के जिलाधिकारी कार्यालय की ओर से जारी नवीनतम दिशा-निर्देशों के मद्देनजर अटारी में संयुक्त जांच चौकी पर रिट्रीट समारोह को देखने आने वाले आम लोगों के प्रवेश पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने का निर्णय लिया गया है। भारत और पाकिस्तान पारंपरिक रूप से कई वर्षों से अटारी-वाघा सीमा पर रिट्रीट समारोह आयोजित करते रहे हैं और इस कार्यक्रम में दोनों देशों के लोगों के साथ-साथ विदेशी नागरिक भी बड़ी संख्या में भाग लेते हैं।
Border Security Force (BSF) has stopped public entry at the daily flag-lowering retreat ceremony along the India-Pakistan border in Attari due to rising COVID cases: BSF
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— ANI (@ANI) January 6, 2022
बता दें, पंजाब में भी कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसे देखते हुए राज्य में नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है। राज्य में शिक्षण संस्थानों को 15 जनवरी तक के लिए बंद कर दिया गया है। कार्यस्थलों सहित सार्वजनिक स्थानों पर सभी व्यक्तियों का मास्क पहनना अनिवार्य होगा। शारीरिक दूरी का भी पालन करना होगा। इसका उल्लंघन करने पर कार्रवाई की जाएगी।