विश्व संग्रहालय दिवस पर छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध एवं दुर्लभ पुरातत्व स्थल पर केंद्रित तीन दिवसीय फोटो प्रदर्शनी

रायपुर
छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध एवं दुर्लभ पुरातत्व स्थल को दर्शन के लिये तीन दिवसीय फोटो प्रदर्शनी का आयोजन 18 मई से 20 मई 2022 तक रायपुर में संस्कृति विभाग संग्रहालय के प्रागण में स्थित कला वीथिका घड़ी चौक रायपुर में संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग एवं क्लाउड के सहयोग से आयोजित किया गया कार्यक्रम का शुभारंभ कुंवर सिंह निषाद माननीय संसदीय सचिव खाद्य एवं संस्कृति विभाग छत्तीसगढ़ शासन, संस्कृति सचिव पी. अनबलगन, संचालक  विवेक आचार्य एवं उप संचालक प्रताप पारख, उप संचालक  उमेश मिश्रा, श्रीमती नंदनी परिहार, डॉ अरुण, (सेवा निवृत्त रविशंकर विश्वविद्यालय )डॉ संजीव कुमार सिंह पुरातत्व विशेषज्ञ राष्ट्रीय म्यूजियम नई दिल्ली, डॉ जितेन्द्र कुमार प्रेमल रविशंकर विश्वविद्यालय एवं अब्दुल लतीफ उस्ता क्यूरेटर, जवाहर कला केन्द्र जयपुर की विशेष उपस्थिति में हुआ।

भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता में छत्तीसगढ़ का अतीत वर्तमान की तरह अत्यंत सुंदर और वैभवशाली रहा है। हमारे राज्य में विभिन्न प्रकार की सभ्यता एवं संस्कृति में फलीभूत हुई है। कई ऐसे ऐतिहासिक स्थल आज भी उन सभ्यता और संस्कृति की झलक हमें दिखाने में उनकी सुन्दरका मूर्तिकला एवं वास्तुकला के बारे में हमें बोध कराते हैं। राज्य में राज्य पुरातत्व विभाग एवं भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षणद्वारा संरक्षित कई विशेष स्मारक प्रमुख है उनमें से कुछ महत्वपूर्ण प्रसिद्ध एवं दुलर्भ मंदिर कला एवं उत्खनन की जानकारी इस फोटो प्रदर्शनी के माध्यम से प्रदर्शित किया जायेगा। इस आयोजन के प्रमुख आयोजक ट्रेवलर लेखक एवं फोटोग्राफर दीपेंद्र दीवान का कहना है पुरातच स्मारकों को देख कर उनकी सांस्कृतिक आदान-प्रदान, संस्कृतियां के संवर्धन और उन लोगों के बीच आपसी समझ, उनके बीच परस्पर सहयोग और उनके विकास के बारे में जानने का अवसर मिलता है।

आज की युवा पीढ़ी अपनी सभ्यता एवं संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिये जागरूक हो एवं राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर राज्य की धरोहर को जन-जन तक पहुँचा सके तथा उन्हें अपनी सभ्यता एवं इतिहास की जानकारी मिल सके इस उद्देश्य को लेकर वह इस फोटो प्रदर्शनी का आयोजन कर रहे है।

इस आयोजन में डया में विगत 26 साल में ट्रेवल कर रहे वरिष्ठ फोटोग्राफर अखिलेश भरोस विशेष रूप से सहयोग कर रहे हैं अखिलेश का कहना है मध्यभारत में छत्तीसगढ़ के मंदिर किला अत्यंत सुन्दर और मनोरम है पर्यटन की दृष्टिकोण से भी राज्य में बेहद संभावना है इस और लोगों का ध्यान लाना चाहते हैं ताकि स्थानीय लोगों को इसमें रोजगार मिल सकेl

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here