रायपुर: Mahakumbh business opportunities: महाकुंभ की भव्यता और संभावनाओं ने गोरखपुर के चार भाई-बहनों को ऐसा प्रेरित किया कि उन्होंने अपने माता-पिता को बिना बताए प्रयागराज का रुख किया। यहां महाकुंभ मेले में चाय-नाश्ते की दुकान शुरू कर उन्होंने अपने सपनों को नई उड़ान दी।
Mahakumbh business opportunities: पिता की आर्थिक स्थिति देख लिया बड़ा कदम
22 वर्षीय युवती ने बताया, “हमारे पिता पुलिस विभाग में हैं और मां गृहिणी। उनके अकेले की कमाई से चारों भाई-बहनों की पढ़ाई और घर के खर्चे पूरे करना मुश्किल हो रहा था। उनकी यह हालत देखकर हमने खुद कुछ करने का फैसला किया। सोशल मीडिया पर महाकुंभ का वीडियो देखकर हमें चाय-नाश्ते की दुकान लगाने का ख्याल आया। पापा इसके खिलाफ थे, लेकिन हम चुपचाप यहां आ गए और ठेला खरीदकर अपनी दुकान शुरू कर दी।”
Mahakumbh business opportunities: पैसे जुटाने के लिए उठाया साहसी कदम
छोटी बहन ने अपनी सहेली से 10,000 रुपये उधार लिए, और बड़ी बहन ने अपनी कान की बालियां गिरवी रखकर 5,000 रुपये जुटाए। इन पैसों से चारों भाई-बहनों ने काली सड़क पर चाय-नाश्ते की दुकान शुरू की। दुकान पर सुबह से रात तक सभी भाई-बहन मेहनत करते हैं।
Mahakumbh business opportunities: सपना: रेस्तरां और होटल खोलना
युवती ने बताया, “हमारी दुकान महज शुरुआत है। अगला कदम रेस्तरां खोलने का है और भविष्य में एक छोटा सा होटल बनाने का सपना है। हम सभी पढ़ाई कर रहे हैं और साथ ही अपने सपनों को साकार करने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं।”
Mahakumbh business opportunities: साफ-सफाई और मेला प्रशासन का सहयोग
दुकान चलाने के दौरान मेला प्रशासन से उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई। प्रशासन ने सिर्फ साफ-सफाई का ध्यान रखने की हिदायत दी, जिसे भाई-बहन पूरी ईमानदारी से निभा रहे हैं।